Chandigarh
Cycle Tracks पर लगेंगे Solar Panels – Chandigarh बना सकता है देश के लिए मिसाल
चंडीगढ़ प्रशासन अब शहर में सोलर एनर्जी (Solar Energy) को बढ़ाने के लिए एक नया और अनोखा कदम उठाने की तैयारी में है। सरकारी इमारतों की छतों पर सोलर पैनल लगाने की जगह लगभग खत्म हो चुकी है – अभी तक 6,624 सरकारी इमारतों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। ऐसे में अब प्रशासन की नजर साइकिल ट्रैक्स पर है।
220 किमी लंबे साइकिल ट्रैक्स पर होगी स्टडी
चंडीगढ़ Renewable Energy and Science and Technology Promotion Society (CREST) ने शहर के 220 किलोमीटर लंबे साइकिल ट्रैक्स की डिटेल स्टडी शुरू कर दी है। इस सर्वे में ये देखा जाएगा कि क्या इन ट्रैक्स के ऊपर ओवरहेड शेड्स या दूसरी स्ट्रक्चर्स बनाकर सोलर पैनल लगाए जा सकते हैं।
शहर के चीफ आर्किटेक्ट खुद डिज़ाइन और एग्जिक्यूशन के पहलुओं पर नज़र रख रहे हैं, ताकि ये प्रोजेक्ट न सिर्फ कारगर हो बल्कि शहर की खूबसूरती भी बनी रहे।
कहां-कहां लगेंगे नए सोलर पावर प्लांट?
सिर्फ साइकिल ट्रैक्स ही नहीं, प्रशासन खाली सरकारी ज़मीन, इंस्टीट्यूशनल कैंपसेज़ और म्युनिसिपल कॉरपोरेशन (MC) की करीब 90 बिल्डिंग्स पर भी सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना बना रहा है।
इसके अलावा, बड़े पब्लिक पार्किंग एरियाज़ की पहचान भी की जा रही है, जहां शेड-बेस्ड या रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जा सकें।
2025 तक क्या हुआ है अब तक का काम?
चंडीगढ़ में पहले से ही कई जगहों पर सोलर प्रोजेक्ट्स काम कर रहे हैं –
- धनास लेक पर सोलर प्लांट
- IT पार्क में इंस्टॉलेशन
- वॉटरवर्क्स पार्किंग पर लगे सोलर सिस्टम
इन प्रोजेक्ट्स ने आने वाले बड़े प्रोजेक्ट्स की नींव रखी है।
2030 का बड़ा लक्ष्य – 100% Renewable Energy City
पर्यावरण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की प्रॉपर्टीज पर सोलर सिस्टम लगाने के प्रस्ताव पहले ही मंजूरी के लिए भेज दिए गए हैं।
चंडीगढ़ का मकसद सिर्फ शहर को ग्रीन बनाना ही नहीं है, बल्कि 2030 तक 100% बिजली की ज़रूरत Renewable Sources से पूरी करना है।
अगर ये प्रोजेक्ट सफल रहा, तो चंडीगढ़ न सिर्फ देश में बल्कि दुनिया में भी एक मॉडल सिटी बन सकता है।