Punjab
Punjabi Singer Rajvir Jawanda का निधन: Accident के बाद 12 दिन की लड़ाई के बाद अंतिम विदाई
पंजाबी संगीत और सिनेमा की दुनिया से एक और दुखद खबर आई है। लोकप्रिय पंजाबी सिंगर और अभिनेता राजवीर जवांदा (35) का निधन हो गया है। उन्होंने लगभग 12 दिनों तक मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ी, लेकिन बुधवार, 8 अक्टूबर 2025 को उन्होंने अंतिम सांस ली।
हादसा: एक दुखद मोड़
राजवीर जवांदा 27 सितंबर 2025 को हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में शिमला जाते समय एक गंभीर सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। बताया गया है कि उनकी बाइक अचानक सड़क पर आ गए मवेशियों से टकरा गई, जिससे उनका संतुलन बिगड़ गया और वह गिर पड़े। इस दुर्घटना में उन्हें सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं। इसके बाद उन्हें पहले सोलन के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कार्डियक अरेस्ट भी हुआ। फिर उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में रेफर किया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी रही।
अस्पताल में इलाज और स्थिति
फोर्टिस अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा और उनकी स्थिति को “गंभीर” बताया। लगभग 12 दिनों तक जीवन रक्षक प्रणाली पर रहने के बाद, बुधवार सुबह उनका निधन हो गया। उनकी पत्नी के अनुसार, उन्होंने अपने आखिरी समय में उनसे मिलने की इच्छा जताई थी, और वह उनसे मिलने अस्पताल पहुंची थीं। राजवीर की अंतिम कॉल में उनकी पत्नी ने उनसे घर वापस लौटने की प्रार्थना की थी, लेकिन दुर्भाग्यवश वह नहीं लौट सके।
संगीत और अभिनय में योगदान
राजवीर जवांदा पंजाबी संगीत और सिनेमा के एक चमकते सितारे थे। उनकी आवाज़ ने कई हिट गानों को जन्म दिया, जिनमें ‘काली कैमरे’, ‘शानदार’, ‘जममे नाल दे’ जैसे गीत शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया और अपनी अभिनय क्षमता से दर्शकों का दिल जीता। उनकी गायकी और अभिनय ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई थी।
श्रद्धांजलि और शोक
राजवीर के निधन की खबर से पंजाबी संगीत और सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अस्पताल पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात की और शोक व्यक्त किया। साथ ही, पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ, नीरू बाजवा, और अन्य कलाकारों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की। नीरू बाजवा ने इंस्टाग्राम पर राजवीर की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “Gone too soon”। पंजाब विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी शोक व्यक्त किया और कहा, “आपकी आवाज़ और जीवंतता हमेशा हमारे दिलों में गूंजेगी।”
अंतिम संस्कार की जानकारी
राजवीर जवांदा की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव पोना, जगराओं, लुधियाना ले जाया गया है, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, अंतिम संस्कार की प्रक्रिया परिवार और करीबी रिश्तेदारों की उपस्थिति में होगी।
राजवीर जवांदा का निधन पंजाबी संगीत और सिनेमा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आवाज़ और अभिनय हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।